×

सुधाकरराव नाईक वाक्य

उच्चारण: [ sudhaakerraav naaeek ]

उदाहरण वाक्य

  1. मुख्यमंत्री सुधाकरराव नाईक, बाबरी मस्जिद के ढहाये जाने के बाद की स्थिति के लिये जरा भी तैयार नहीं थे।
  2. क्या कभी भाजपा ने यह कहा कि चूंकि सुधाकरराव नाईक 1993 के मुम्बई दंगों के समय मूक दर्शक बने बैठे रहे इसलिये, शरद पवार “
  3. राष्ट्रपति शासन लगाने की यह माँग बेहद बचकाना इसलिये भी है कि जब 1993 में मुम्बई बम विस्फ़ोट हुए तब भी, और मुम्बई में ही सदी के सबसे भीषण दंगे हुए तब भी, महाराष्ट्र की सुधाकरराव नाईक सरकार को बर्खास्त नहीं किया गया था।
  4. राष्ट्रपति शासन लगाने की यह माँग बेहद बचकाना इसलिये भी है कि जब 1993 में मुम्बई बम विस्फ़ोट हुए तब भी, और मुम्बई में ही सदी के सबसे भीषण दंगे हुए तब भी, महाराष्ट्र की सुधाकरराव नाईक सरकार को बर्खास्त नहीं किया गया था।
  5. यदि आपको यह लगता है कि केन्द्र की निगाह में गुजरात एक “शत्रु राज्य” है, तो सही ही होगा, क्योंकि मुम्बई-भिवण्डी-मालेगाँव के दंगों के बावजूद सुधाकरराव नाईक या शरद पवार को कभी “हत्यारा” नहीं कहा गया… एक पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा दिल्ली में चुन-चुनकर मारे गये हजारों सिखों को कभी भी “नरसंहार” नहीं कहा गया…
  6. नरसिंह रावांनी पवारांना केंद्रिय मंत्रीमंडळात संरक्षणमंत्री म्हणून नेमले. २६ जून १९९१ रोजी त्यांचा केंद्रिय मंत्री म्हणून प्रथमच शपथविधी झाला.महाराष्ट्राचे मुख्यमंत्री म्हणून त्यांच्याजागी सुधाकरराव नाईक यांची निवड करण्यात आली.राज्य काँग्रेसमधील अंतर्गत मतभेदांमुळे सुधाकरराव नाईक यांना राजीनामा द्यावा लागला.त्यानंतर नरसिंह रावांनी शरद पवारांना पुन्हा एकदा राज्याचे मुख्यमंत्री म्हणून नेमले.त्यांनी ६ मार्च १९९३ रोजी राज्याचे मुख्यमंत्री म्हणून चौथ्यांदा सुत्रे हाती घेतली.
  7. नरसिंह रावांनी पवारांना केंद्रिय मंत्रीमंडळात संरक्षणमंत्री म्हणून नेमले. २६ जून १९९१ रोजी त्यांचा केंद्रिय मंत्री म्हणून प्रथमच शपथविधी झाला.महाराष्ट्राचे मुख्यमंत्री म्हणून त्यांच्याजागी सुधाकरराव नाईक यांची निवड करण्यात आली.राज्य काँग्रेसमधील अंतर्गत मतभेदांमुळे सुधाकरराव नाईक यांना राजीनामा द्यावा लागला.त्यानंतर नरसिंह रावांनी शरद पवारांना पुन्हा एकदा राज्याचे मुख्यमंत्री म्हणून नेमले.त्यांनी ६ मार्च १९९३ रोजी राज्याचे मुख्यमंत्री म्हणून चौथ्यांदा सुत्रे हाती घेतली.
  8. क्या कभी भाजपा ने यह कहा कि चूंकि सुधाकरराव नाईक 1993 के मुम्बई दंगों के समय मूक दर्शक बने बैठे रहे इसलिये, शरद पवार “शकर माफ़िया” हैं इसलिये, भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ज़मीन माफ़िया हैं इसलिये, सज्जन कुमार सिक्खों के हत्यारे हैं इसलिये, इनके खिलाफ़ अनाप-शनाप भाषा का उपयोग करेंगे? इनके साथ मंच शेयर नहीं करेंगे? कभी नहीं कहा।
  9. यदि आपको यह लगता है कि केन्द्र की निगाह में गुजरात एक “शत्रु राज्य” है, तो सही ही होगा, क्योंकि मुम्बई-भिवण्डी-मालेगाँव के दंगों के बावजूद सुधाकरराव नाईक या शरद पवार को कभी “हत्यारा” नहीं कहा गया… एक पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा दिल्ली में चुन-चुनकर मारे गये हजारों सिखों को कभी भी “नरसंहार” नहीं कहा गया… हमारे टैक्स के पैसों पर पलने वाले कश्मीर और वहाँ से हिन्दुओं के पलायन को कभी
अधिक:   आगे


के आस-पास के शब्द

  1. सुधाकर चतुर्वेदी
  2. सुधाकर द्विवेदी
  3. सुधाकर पाण्डेय
  4. सुधाकर बोकाडे
  5. सुधाकर राव
  6. सुधागढ़
  7. सुधार
  8. सुधार अधिकारी
  9. सुधार आंदोलन
  10. सुधार आना
PC संस्करण
English


Copyright © 2023 WordTech Co.